मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना की प्रथम किश्त के लिए गर्भावस्था के प्रथम त्रैमास में पंजीयन कराना अनिवार्य
प्रथम और द्वितीय प्रसव के लिए योजना में राशि जारी की जाना प्रावधानित है
रतलाम 21 अगस्त 2022/ 1 अप्रेल 2018 से मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना का संचालन श्रमिक संवर्ग के हितग्रहियों के लिए प्रारंभ किया गया है। योजनांतर्गत गर्भावस्था के प्रथम त्रैमास में गर्भवती महिला का पंजीयन कराने पर ही सहायता राशि प्रदान की जाएगी। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की एएनएम को सभी गर्भवती महिलाओं का गर्भावस्था के प्रथम त्रैमास में पंजीयन सुनिश्चित करने के आदेश जारी किए गए है ऑनलाईन अनमोल एप (मोबाईल आधारित) में महिला का प्रथम त्रैमास में पंजीयन किया जाता है। ऑनलाईन पंजीयन होने के कारण गर्भावस्था का विलंब से पंजीयन कराने पर भुगतान नहीं किया जा सकेगा।
योजनांतर्गत अब प्रदेश के श्रमिक संवर्ग के हितग्रहियों को सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ हाईरिस्क पैकेज हेतु अधिकृत एवं चिन्हित आयुष्मान भारत योजना के निजी अस्पतालों में प्रसव होने की स्थिति में भी द्वितीय किश्त का लाभ प्रदान किया जाएगा। योजना में प्रथम किश्त में 4000 रूपये तथा द्वितीय किश्त में 12000 रूपये की राशि, इस प्रकार कुल 16000 रूपये की राशि प्रदान की जाती है ।
गर्भावस्था का पंजीयन प्रथम त्रैमास में कराए जाने पर कुल 4000 रूपये की राशि दी जाती है । प्रथम गर्भावस्था वाली महिला को मातृ वंदना योजना अंतर्गत शर्तों अनुसार 3000 रूपये की राशि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा तथा शेष 1000 रूपये स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदान किए जाते है। द्वितीय गर्भावस्था वाली महिला को प्रसूति सहायता योजना अंतर्गत 4000 रूपये की राशि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदान की जाती है ।
सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ हाईरिस्क पैकेज हेतु अधिकृत एवं चिन्हित आयुष्मान भारत योजना के निजी अस्पतालों में प्रसव होने की स्थिति में ग्रामीण क्षेत्र की महिला को जननी सुरक्षा योजना के 1400 तथा प्रसूति सहायता योजना के 10600 रूपये की राशि, इस प्रकार कुल 12000 रूपये दिए जाते हैं। शहरी क्षेत्र की महिला को जननी सुरक्षा योजना के 1000 रूपये तथा प्रसूति सहायता योजना के 11000 रूपये की राशि इस प्रकार कुल 12000 रूपये दिए जाते हैं। द्वितीय किश्त के लिए नवजात शिशु का संस्थागत जन्म पंजीयन, शिशु को शीघ्र स्तनपान ( प्रसव के 1 घंटे के भीतर स्तनपान) शिशु को जन्म के समय 0 डोज बीसीजी, ओपीवी व हिपेटाईटिस बी का टीका लगवाना वांछनीय है ।
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