माँ गायत्री मंत्र के उच्चारण के साथ शुरू हुआ पांच दिवसीय यज्ञ,मंदिर जीणोद्धार और मुर्ती प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव ।
माँ गायत्री मंत्र के उच्चारण के साथ शुरू हुआ पांच दिवसीय यज्ञ,मंदिर जीणोद्धार और मुर्ती प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव ।
मध्यप्रदेश के रतलाम जिले का धार्मिक नगर नामली धर्म की पावन धरा पर वर्षों पूराने नगर परिषद के पिछे बने श्री गायत्री माता जी के मंदिर का जीणोद्धार और श्री गायत्री माता जी एंव भगवान शिव को परिवार सहित विराजमान करने के लिए दिनांक 15 मई रविवार से मां गायत्री मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव प्रारंभ हो गया है जो दिनांक 21 मई 2022 को मुर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा एंव यज्ञ के पूर्णाहुति और विशाल नगर महाप्रसादी के साथ समापन होगा । माँ गायत्री माता मंदिर समिति के सराहनीय प्रयासो से यह माँ गायत्री माता जी का मंदिर का जीणोद्धार और मुर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा धार्मिक नगर नामली के इतिहास में सुंदर अक्षरों में दर्ज होने का गौरव प्राप्त होगा क्योंकि यह नगर ही नहीं क्षेत्र का ऐसा प्रथम मंदिर होगा जो लाल पत्थरों पर हाथों से नक्काशी कर बनाया गया है । एक वर्षभर तक राजस्थान के लाल पत्थरों पर नक्काशी करने वाले और मंदिर बनाने वाले कारीगरों ने यही रहकर एक एक पत्थरों पर फुल और पत्तियों को उकारा है मंदिर के जीणोद्धार पूरे लाल पत्थरों का उपयोग किया गया है जो आकर्षक का केन्द्र है । जनसहयोग निर्मित मंदिर पर पांच दिवसीय यज्ञ और जीणोद्धार और मुर्तियो की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर नगर में रविवार को मुर्तियों का भव्य चल समारोह निकाला गया जिसमें पुजनीय साधुसंतों ने भाग लिया। भव्य चल समारोह में आदिवासी संस्कृति धार्मिक लोगगीतों पर झूमते नाचते चल रही आदिवासी क्षेत्र लाई गई नृत्य कलाकारों ने दर्शकों को मन मोह लिया । भगवान की प्रतिमाओं के चल समारोह में बालिकाएँ और महिलाएं बैंड बाजों की धुन पर भक्ति में भजनों पर नाचते गाते हुए नजर आई नगर में जगह जगह फुलों की बारिश कर चल समारोह का भव्य स्वागत किया गया। समिति द्वारा दिनांक 16 मई 2022 सोमवार रात्रि 8 बजे विशाल सुंदरकांड और दिनांक 17 मई से रात्रि 8 बजे से 19 मई तक नानी बाई का मायरा कथा आयोजन किया जाएगा मां गायत्री मंदिर जीणोद्धार और मुर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लेने के लिए इंदौर,उज्जैन बड़वाह, राजस्थान के झालावाड़ ,गुजरात और अन्य शहरों से श्रद्धालु और भक्त आये हुएँ है मुर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा और पूर्णाहुति और महाप्रसादी पर क्षेत्र से सौकड़ों की संख्या में दर्शनार्थियों और श्रद्धालुओं के आने की संभावनाएं हैं । जिसकों लेकर समिति द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है ।
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